Friday, February 4, 2011

प्यार हो जायेगा

प्यार हो जाएगा तुमको भी इजाजत के सिवा
चैन ना पाओगे दीदार की राहत के सिवा
तू अपनी चाहतों में इतनी कशिश पैदा कर
उसे कुछ और ना भाए तेरी चाहत के सिवा
फरेब खा के नहीं आया हूं मयखाने में
और भी जख्म हैं ऐ लोगों मोहब्बत के सिवा
दबाना हो किसी को तो दबाओ अहसान तले
तरीके और भी हैं दुनिया में ताकत के सिवा
उसकी कुछ यादें कुछ अहसास और कुछ सपने
और हम कुछ भी नहीं रखते जरूरत के सिवा
इश्क की आंच रूह तलक आ पहुंची जिस्म में
कुछ भी नहीं रहता हरारत के सिवा
शहरेयार काश दिल भी होता इन हसीनों में
मोहब्बत करनी भी आ जाती नजाकत के सिवा।
शहरेयार

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